यह तस्वीर जुलाई 2023 की है, जब ब्रजमंडल यात्रा के दौरान नूंह में हिंसा और आगजनी हुई थी।- फाइल फोटो
हरियाणा के नूंह (मेवात) में कल होने वाली ब्रजमंडल यात्रा को देखते हुए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इस दौरान बल्क SMS की सेवाएं भी सस्पेंड रहेंगी। यह आदेश 13 जुलाई की रात 9 बजे से 14 जुलाई रात 9 बजे तक यानी 24 घंटे के लिए लागू रहेंगे।
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हालांकि इस दौरान बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज से जुड़ी SMS सुविधाएं पहले की तरह जारी रहेंगी। गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव के मुताबिक कानून व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए यह आदेश दिए गए हैं।
सरकार के इस आदेश से पहले नूंह में रविवार को डीजल से भरी 87 कैन बरामद की गईं। इन्हें पेट्रोल पंप पर भरवाया जा रहा था। पुलिस ने पेट्रोल पंप के मैनेजर जितेंद्र, सेल्समेन आमिर और उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर के रहने वाले सूर्य प्रकाश उर्फ सौरभ को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में वह इसके बारे में कोई ठोस जवाब नहीं दे सके। नूंह के डीएसपी देवेंद्र सिंह ने इनकी गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा के कारण खुले में डीजल-पेट्रोल बेचने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। तीनों से पूछताछ की जा रही है।
वहीं सरकार ने हिंसा के आरोपी रहे फरीदाबाद के हिंदू संगठन के नेता बिट्टू बजरंगी के भी यात्रा में शामिल होने पर रोक लगा दी है। नूंह प्रशासन ने उसे इजाजत नहीं दी है। जिसको लेकर बिट्टू बजरंगी ने हाईकोर्ट में भी याचिका दायर कर रखी है।
बता दें कि साल 2023 में ब्रजमंडल यात्रा के दौरान नूंह में हिंसा हो गई थी। जिसमें 7 लोगों की मौत भी हुई थी। इसके बाद कल (14 जुलाई) को होने वाली यात्रा में किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए सरकार के ये आदेश आए हैं।
इसके अलावा CM नायब सैनी ने यात्रा के रूट पर आने वाली मीट की दुकानें और मीट की फैक्ट्री भी बंद रखने के ऑर्डर जारी किए हैं। सुरक्षा के लिहाज से ढ़ाई हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा इस बार नाके भी बढ़ाए गए हैं।
नूंह में सुरक्षा के लिए तैनात की गई घुड़सवार पुलिस।
नूंह में सुरक्षा के कड़े इंतजाम नूंह में सोमवार को होने वाली ब्रजमंडल यात्रा को लेकर भारी वाहनों की एंट्री बंद कर दी गई है। विभिन्न स्थानों से नूंह आने वाले भारी वाहनों को ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा समाप्त होने के बाद ही नूंह लाने को कहा गया है। यात्रा के दौरान उन्हें नूंह में एंट्री की परमिशन नहीं मिलेगी। इसके अलावा ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी। नूंह में सुरक्षा के लिए घुड़सवार पुलिस भी तैनात की गई है। इसके अलावा पुलिस के साइबर सैल नूंह में होने वाली ऑनलाइन व खासतौर पर सोशल मीडिया एक्टिविटीज पर नजर रख रहा है।
नूंह पुलिस ने ट्रैफिक भी एडवाइजरी जारी की ब्रजमंडल यात्रा में कोई खलल न पड़े और लोगों को भी कोई असुविधा न हो, इसके लिए रूट डायवर्ट किए गए हैं।
- अलवर से गुरुग्राम या सोहना की ओर जाने वाले भारी वाहनों को अब फिरोजपुर झिरका के अम्बेडकर चौक से मुम्बई एक्सप्रेस-वे होते हुए केएमपी और रेवासन के रास्ते गुरुग्राम या सोहना भेजा जाएगा।
- वहीं, गुरुग्राम या सोहना से अलवर की दिशा में जाने वाले वाहनों को केएमपी रेवासन से मुम्बई एक्सप्रेस-वे होते हुए अम्बेडकर चौक, फिरोजपुर झिरका से होते हुए अलवर भेजा जाएगा।
- तावडू से अलवर की ओर जाने वाले भारी वाहनों के लिए भी यही मार्ग निर्धारित किया गया है, वे केएमपी रेवासन से मुम्बई एक्सप्रेस-वे और फिर अम्बेडकर चौक होते हुए अलवर की ओर जाएंगे।
- पलवल, होडल और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से अलवर जाने वाले भारी वाहनों को भी इसी रूट का पालन करना होगा. उन्हें केएमपी और मुम्बई एक्सप्रेस-वे होते हुए अम्बेडकर चौक, फिरोजपुर झिरका से अलवर की ओर भेजा जाएगा।
- पलवल, होडल और अलीगढ़ से नूंह की ओर आने वाले भारी वाहनों को यात्रा समाप्त होने तक नूंह में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- जयपुर से नूंह की ओर आने वाले वाहनों को मुम्बई एक्सप्रेस-वे और केएमपी रेवासन होते हुए यात्रा समाप्त होने के बाद ही नूंह में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
- पुन्हाना, गुरुग्राम और तावडू से नूंह की ओर जाने वाले भारी वाहन भी यात्रा पूरी होने के बाद ही नूंह की ओर आ सकेंगे।
नूंह में ब्रजमंडल यात्रा के लिए जारी किया गया रूटमैप।
जुलाई 2023 में कैसे हुई नूंह हिंसा और अब तक क्या-क्या हुआ…
2 गुटों में हुए टकराव के बाद भड़की हिंसा नूंह में बृजमंडल यात्रा के दौरान पिछले साल दंगा भड़क गया था। इस दौरान 2 गुटों में हुए टकराव के बाद 3 दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को आग लगा दी गई। पुलिस पर भी पथराव किया गया। उपद्रवियों ने नूंह के साइबर थाना पर भी हमला कर दिया। उपद्रवियों ने पथराव किया और बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी।
हंगामे को देख पुलिसकर्मियों को जान बचाकर भागना पड़ा। मेवात के कस्बे नगीना और फिरोजपुर-झिरका में भी कई जगह आगजनी की गई। इससे पहले उपद्रवियों ने स्कूल बस में भी तोड़फोड़ की थी। बस को उपद्रवी लूट ले गए और थाने को तोड़ने के लिए उसकी दीवार में टक्कर मार दी।
नूंह में भड़की हिंसा की चिंगारी मंदिरों तक भी पहुंची। उपद्रवियों ने कई जगह मंदिरों में तोड़फोड़ करने के अलावा आगजनी की कोशिश की। नूंह सिटी में पलड़ी रोड श्मशान घाट के पास काली माता मंदिर में उपद्रवियों ने खूब तोड़फोड़ की। भीड़ इतनी बेकाबू थी कि उसने मंदिर के आसपास के घरों पर भी जमकर पत्थर बरसाए ताकि वहां से कोई बाहर न निकल सके।
नूंह हिंसा में 7 लोगों की हुई थी मौत इस हिंसा के दौरान 7 लोगों की मौत हुई थी। इनमें 4 नूंह, 2 गुरुग्राम और 1 पानीपत जिले से था। वहीं काफी संख्या में लोग घायल भी हुए थे। सैकड़ों वाहन जले थे। इस हिंसा मामले में पुलिस ने अलग-अलग थानों में करीब 61 मुकदमे दर्ज किए थे। जिन मुकदमों में UAPA लगाया गया है, वह मुकदमे 2 होमगार्ड व एक बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या से जुड़ा हुआ है।
इस हिंसा को भड़काने में हिंदू संगठन के नेता बिट्टू बजरंगी के अलावा 3 और बड़े नाम सामने आए थे। जिनमें मोनू मानेसर, अशोक बाबा और फिरोजपुर झिरका सीट से कांग्रेस विधायक मामन खान का नाम शामिल था। इन दंगों में 7 लोगों की मौत हुई थी। 61 FIR हुईं, करीब 450 लोग गिरफ्तार किए गए। 17 लोगों को छोड़कर बाकी सभी को जमानत मिल गई। हालांकि, मोनू मानेसर नासिर-जुनैद हत्याकांड में अब भी जेल में है।
नूंह में हिंसा के दौरान उपद्रवियों की तरफ से फूंके गए वाहन।
घरों और दुकानों पर चलाया था बुलडोजर चला हिंसा के बाद प्रशासन ने कुल 1208 घरों और पक्की व कच्ची दुकानों पर बुलडोजर चला दिया। उस वक्त ये कहा गया कि ये कार्रवाई दंगों में शामिल होने की वजह से की गई है। 4 अगस्त से 7 अगस्त तक बुलडोजर चलता रहा। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों के एनकाउंटर भी किए हैं। पहला एनकाउंटर हिंसा के 10 दिन बाद यानी 10 अगस्त को सिलखो गांव में अरावली की पहाड़ियों पर हुआ। दूसरा एनकाउंटर भी इन्हीं पहाड़ियों में 21 अगस्त की रात 10:30 बजे हुआ।
नूंह के अस्पताल में भर्ती दंगे का आरोपी आमिर। मुठभेड के बाद पुलिस ने इसे गिरफ्तार किया था।
पाकिस्तान कनेक्शन भी आया था सामने इस हिंसा में पाकिस्तानी कनेक्शन भी सामने आया था। पाकिस्तान से जुड़े 12 से ज्यादा सोशल मीडिया अकाउंट्स आइडेंटिफाई करने के बाद पुलिस टीमों ने हिंसा और अकाउंट से जुड़े फॉलोअर्स को पकड़ा तो पता चला कि इसमें हरियाणा के मेवात ही नहीं, बल्कि राजस्थान के भी बड़ी संख्या में फॉलोअर्स है। हिंसा के लिए उकसाने के साथ ही हिंसा के बाद जश्न मनाने तक के पोस्ट अपलोड किए गए थे।
यह तस्वीर जुलाई 2024 की है, जब पुलिस की कड़ी सुरक्षा में यात्रा संपन्न हुई थी।
जुलाई 2024 में कड़ी सुरक्षा में निकली थी यात्रा हिंसा के अगले साल यानी जुलाई 2024 में कड़ी सुरक्षा में यात्रा निकाली गई थी। इस दौरान मंदिरों में कर्फ्यू जैसे हालात रहे। सुरक्षा कारणों की वजह से यात्रा सुबह बजे की जगह करीब 3 घंटे की देरी से नलहड़ेश्वर मंदिर से शुरू हुई थी। 80 किलोमीटर की इस यात्रा के लिए 5 घंटे का समय तय था लेकिन इसे 4 घंटे में ही निपटा लिया गया था। पिछले साल भी सरकार ने यहां शाम 6 बजे तक इंटरनेट बंद रखा था। यात्रा को भी आगे और पीछे से सिक्योरिटी कवर दिया गया था। जिसमें यात्रा के काफिले में सबसे आगे और सबसे पीछे पुलिस की गाड़ियां लगी रहीं। इसके अलावा पूरे रूट पर भी पुलिस की तैनाती की गई थी।
इंटरनेट बंद करने का आदेश पढ़ें…
Author: Source :www.bhaskar.com
Publish Date: 2025-07-13 20:17:08