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कोरबा. मानसूनी बारिश का दौर जारी है. इसके साथ ही कोरबा में सांपों के निकलने की घटनाएं भी बढ़ गई हैं. बिलों में पानी भर जाने के कारण सांप रिहायशी इलाकों का रुख कर रहे हैं. इस दौरान, दो बेहद खूबसूरत और दिलचस्प सांप वाइन स्नेक (स्थानीय स्तर पर ‘सुवा सांप’ के नाम से जाना जाता है ) और ब्रोंजबैक ट्री स्नेक (जिसे ‘डार डोमी’ कहा जाता है) की खूब चर्चा होती है.
इनसे जुड़ी कई भ्रांतियां भी हैं.इनके आकर्षक रंग, आकार और व्यवहार के कारण ये सांप लोगों के बीच कौतूहल का विषय बने रहते है.लेकिन ग्रामीण इनके बारे में कई तरह की कल्पनाएं करते हैं. एक पर आंखों पर हमला करने का मिथक है तो दूसरा ‘उड़ने वाला सांप’ कहलाता है.
सुवा सांप से जुड़ी भ्रांतियां और हकीकत
वाइन स्नेक को छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में ‘सुवा सांप’ के नाम से जाना जाता है. इसके पीछे एक पुरानी भ्रांति यह है कि इस सांप की नुकीली नाक सुई की तरह होती है, जिससे यह इंसानों की आंखों पर हमला कर उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है.हालांकि, यह बात पूरी तरह से गलत है.
स्थानीय सर्प मित्र अविनाश यादव ने इस मिथक का खंडन करते हुए बताया कि वाइन स्नेक अत्यंत शांत स्वभाव के होते हैं और इंसानों से दूर रहना पसंद करते हैं. उनकी नाक नुकीली नहीं, बल्कि रुई की तरह नरम होती है, जिससे किसी भी तरह का हमला करना असंभव है.रही बात जहर की, तो वाइन स्नेक में हल्का जहर पाया जाता है जो इंसानों के लिए बिल्कुल भी हानिकारक नहीं होता और इसका उन पर कोई असर नहीं होता.यह सांप अपनी सुरक्षा के लिए केवल आत्मरक्षा में ही प्रतिक्रिया देता है, अन्यथा ये बिल्कुल भी आक्रामक नहीं होते.
डार डोमी ‘उड़ने’ का रहस्य
दूसरे सांप, ब्रोंजबैक ट्री स्नेक को छत्तीसगढ़ में ग्रामीण ‘डार डोमी’ कहते हैं.इस प्रजाति के सांप की एक खास बात यह है कि इसकी त्वचा के नीचे नीली धारियां होती हैं, जो रोशनी में चमकती हैं. इस चमक के कारण लोग इसे अत्यधिक जहरीला मान लेते हैं, जबकि यह सरासर गलत धारणा है.
सर्प मित्र अविनाश यादव के अनुसार, ब्रोंजबैक ट्री स्नेक वजन में काफी हल्का होता है. इसकी यही खासियत इसे पेड़ों के पत्तों पर इस तरह चलने में मदद करती है, मानो यह पानी में तैर रहा हो. इसके अलावा, यह सांप एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर लंबी छलांग लगाने में भी माहिर होता है. इसी छलांग लगाने की क्षमता के कारण ग्रामीण इसे ‘उड़ने वाला सांप’ कहने लगे हैं. लेकिन, सच्चाई यह है कि ब्रोंजबैक ट्री स्नेक पूर्णतः विषरहित होता है, यानी यह बिल्कुल भी जहरीला नहीं होता और इंसानों के लिए किसी भी प्रकार का खतरा उत्पन्न नहीं करता.
सर्प विशेषज्ञ अविनाश यादव ने लोगों से अपील की है कि सांपों को लेकर प्रचलित भ्रामक धारणाओं पर विश्वास न करें और उन्हें बेवजह नुकसान न पहुंचाएं.मानसून के दौरान सांपों के निकलने पर घबराने के बजाय सर्प मित्रों या वन विभाग को सूचित करें, ताकि इन जीवों को सुरक्षित पकड़ा जा सके और किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके.
Author: Amit Singh Source :hindi.news18.com
Publish Date: 2025-07-14 16:38:40