नई दिल्ली48 मिनट पहले
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नौकरी के बहाने यूक्रेन सीमा पर जंग में ढकेले गए भारतीय नागरिक
भारत सरकार ने बुधवार को अपने नागरिकों को रूसी सेना में भर्ती होने के किसी भी प्रस्ताव से दूर रहने की सलाह दी है। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पहले भी कई बार चेतावनी जारी की गई है।
विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि कई भारतीयों को नौकरी के झांसे में फंसाकर सेना में भर्ती किया गया। उन्हें सहायक भूमिकाओं का वादा किया जाता है और असल में उन्हें युद्ध क्षेत्र में भेज दिया जाता है। MEA ने दिल्ली और मॉस्को में रूसी अधिकारियों से इस मुद्दे को उठाया है और मांग की है कि इसे रोका जाए और फंसे हुए भारतीयों को रिहा किया जाए।
विदेश मंत्रायलय का ये बयान फतेहाबाद के युवकों ने अपने परिवार को वीडियो भेजे जो खुद यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
युवकों ने वीडियो में कहा- हमारे पास 2-3 दिन ही बचे हैं। फिर हमें युद्ध में धकेल दिया जाएगा। यहां से जो भी जा रहा है, वह वापस नहीं आ रहा। पहले 13-14 साथी गए थे, वे सभी मारे गए। फतेहाबाद के अंकित जांगड़ा व विजय पूनिया ने वीडियो में बताया कि वे महिला के दिए नौकरी के लालच में रूसी सेना में आकर यूक्रेन में फंस गए हैं।
उन्होंने सोमवार शाम को परिवार को वॉट्सऐप कॉल कर वहां से निकालने की गुहार लगाई है। परिवार का कहना है कि 15 लोगों के बैच में उनके साथ यूपी, पंजाब, जम्मू-कश्मीर के भी युवक फंसे हैं। सभी को रूस के खिलाफ युद्ध में भेजने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पढें पूरी खबर…
Author: Source :www.bhaskar.com
Publish Date: 2025-09-11 11:43:20