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जुड़वा बच्चों की चाहत रखने वाली महिलाओं के लिए जैविक, पारिवारिक और जीवनशैली कारण महत्वपूर्ण हैं. जेनेटिक कनेक्शन, उम्र, वजन, खानपान और मॉडर्न तकनीक जैसे IVF, IUI जुड़वा गर्भधारण में भूमिका निभाते हैं.

हाइलाइट्स
- जेनेटिक कनेक्शन से जुड़वा बच्चे होने की संभावना बढ़ती है.
- 35 वर्ष या अधिक उम्र की महिलाओं में जुड़वा गर्भधारण की संभावना अधिक होती है.
- IVF और IUI जैसी तकनीकों से जुड़वा गर्भधारण की संभावना बढ़ती है.
इसके अलावा उम्र भी इसमें अहम भूमिका निभाती है. 35 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाओं में FSH (Follicle Stimulating Hormone) का स्तर बढ़ जाता है, जिससे एक से ज्यादा अंडाणु परिपक्व होते हैं. इससे जुड़वा गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है. यही नहीं, जिन महिलाओं का वजन थोड़ा ज्यादा होता है या जिनकी लंबाई औसत से ज्यादा होती है, उनमें भी जुड़वा बच्चे होने की संभावना पाई गई है. रिसर्च में यह भी बताया गया है कि कुछ विशेष खानपान जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स और याम (शकरकंद जैसा कंद) खाने से ओव्यूलेशन बढ़ सकता है, जिससे जुड़वा संतान की संभावना और मजबूत हो जाती है.
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Author: Vividha Singh Source Link :https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-which-women-are-more-likely-to-have-twins-know-from-doctors-that-you-have-a-chance-or-not-ws-ekl-9385877.html
Publish Date: 2025-07-10 20:04:33