पटना पुलिस ने बंगाल पुलिस की मदद से 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा 6 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है।
पटना के पारस अस्पताल में 17 जुलाई को हुई गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में पटना पुलिस और पश्चिम बंगाल STF की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। कोलकाता से शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह, उसके मौसेरे भाई नीशू खान समेत 8 को गिरफ्तार किया गया है।
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इन दोनों के अलावा सचिन सिंह, हर्ष उर्फ हरीश कुमार, भीम कुमार और एक महिला अल्पना दास को भी दबोचा गया है। एसटीएफ और पटना पुलिस टीम ने शनिवार की शाम को कोलकाता की अलग-अलग जगहों पर छापा मारा।
कोलकाता से पकड़े गए आरोपियों पर चंदन मिश्रा की हत्या करने के बाद पटना से कोलकाता भगाने, हथियार देने और साजिश में शामिल होने का आरोप है। बादशाह के परिजन ने ही इन पांचों शूटरों के कोलकाता भागने का सुराग दिया था।
जिन पांच शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया, उनमें तौसीफ उर्फ बादशाह, मोनू, बलवंत, अभिषेक और नीलेश शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार कोलकाता में गिरफ्तार 8 आरोपियों को कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पुलिस पटना लेकर आएगी।
6 अन्य को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। पटना पुलिस चंदन मिश्रा हत्याकांड का रविवार को खुलासा कर सकती है। वहीं, पटना में लापरवाही बरतने वाले 1 दरोगा, 2 ASI और 2 सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है।
कोलकाता में दो स्थानों पर छापेमारी तौसीफ के परिजनों से सुराग मिलने के बाद STF और पटना पुलिस की टीम फ्लाइट से कोलकाता गई। पटना में बैठे अधिकारी पांचों शूटरों के मोबाइल लोकेशन और CDR देखने में जुट गए।
CDR से सुराग मिलने के बाद STF व कोलकाता पुलिस ने न्यूटाउन के सुखी वृष्टि अपार्टमेंट के दो फ्लैटों में छापेमारी की। फ्लैट नंबर 206 और 406 से कुछ लोगों को उठाया गया, लेकिन पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
इनसे मिले सुराग के आधार पर आनंदपुर, लेदर कॉम्प्लेक्स और भांगर इलाके में एक कार को पकड़ा गया। इस कार में पांच लोग थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में इनके जरिए तीन और लोगों को पकड़ा गया।
बिहार की जेल से रची गई चंदन के मर्डर की प्लानिंग
सूत्रों के अनुसार बिहार STF और बंगाल STF की टीम पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल गई थी। वहां जेल में बंद ओमकार सिंह उर्फ शेरू सिंह से पूछताछ हुई है। पूछताछ के दौरान शेरू सिंह से STF को कुछ महत्वपूर्ण बातों की जानकारी की मिली है। बिहार की एक जेल में बंद इसके एक गुर्गे ने चंदन मिश्रा की हत्या करवाने की प्लानिंग की थी।
10 लाख में शेरू ने तौसीफ को हत्या की सुपारी दी थी
सूत्रों की माने, शेरू ने 10 लाख में तौसीफ को बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की हत्या की सुपारी दी थी।
शूटर वारदात से 3 दिन पहले ही समनपुरा पहुंच गए थे। उन्होंने पारस अस्पताल के पीछे एक अपार्टमेंट में ठिकाना बनाया था। यह ठिकाना समनपुरा के ही एक बदमाश ने दिलाया था। हर दिन अस्पताल की रेकी की जाती थी।
जांच में पता चला है कि पारस अस्पताल के कुछ स्टाफ से तौसिफ का पहले से परिचय था। कुछ महीने पहले उसका एक दोस्त पारस में ही भर्ती था। वह उससे मिलने अक्सर अस्पताल आता-जाता था। जांच टीम के घेरे में पारस अस्पताल के कुछ कर्मी भी हैं।
शुक्रवार को पुलिस ने पारस अस्पताल के कुछ कर्मियों से पूछताछ की है। अस्पताल प्रशासन से पुलिस सिक्योरिटी में तैनात कर्मियों की सूची मांगी है।
पुलिस ने समनपुरा से जिशान सहित पांच युवकों को उठाया है। सभी से पूछताछ हो रही है। पुलिस पटना, आरा, बक्सर, गया और झारखंड के कुछ इलाके में छापेमारी कर रही है।
फिल्मी स्टाइल में मर्डर की 2 तस्वीरें…
पिस्टल की नॉट चढ़ाते हुए वॉर्ड में घुसते 5 अपराधी।
30 सेकेंड में गोली मारने के बाद वॉर्ड से भागते अपराधी।
जेल में शेरू और तौसीफ की दोस्ती हुई थी
सूत्रों के मुताबिक, शेरू ने तौसिफ को सुपारी दी थी। शेरू अभी पुरुलिया जेल में है। पहले वह बेऊर जेल में था। वहीं उसकी मुलाकात शूटर तौसिफ से हुई थी। जेल में दोनों के बीच दोस्ती हुई।
कुछ महीने पहले तौसिफ जेल से छूटा था। इसके बाद शेरू ने पुरुलिया जेल से ही तौसिफ से संपर्क किया। योजना बताई। पुलिस की एक टीम शेरू से पूछताछ करने लिए जल्द ही पुरुलिया जेल जाएगी।
चंदन 3 जुलाई को पेरोल पर बाहर आया था। 18 जुलाई की शाम तक उसे बेऊर जेल में वापस जाना था। उसे पिता की इलाज के लिए पेरोल मिला था।
इस दौरान वह कई दिनों तक गांव में रहा। पारस अस्पताल के सीसीटीवी में जो पांच शूटर दिख रहे हैं, उसमें से दो चंदन से मिलने सोनवर्षा स्थित उसके घर गए थे।
चंदन और शेरू कभी दोस्त हुआ करते थे, बाद में दोनों में अदावत हो गई।
हत्या के बाद बहन को गया पहुंचाया फिर भागा
घटना के बाद तौसिफ अपने घर गया। वहां बहन से बोला कि चलो तुमको ससुराल छोड़ देते हैं। इसके बाद बहन को गया स्थित उसके ससुराल पहुंचाया। बहन के ही फोन से किसी से बात की। फिर गया से फरार हो गया।
पुलिस की टीम तौसिफ के पिता, उसकी बहन और उसके दो दोस्तों से पूछताछ कर रही है। पुलिस समनपुरा में निशु खान के घर पर भी छापेमारी की है।
मालूम हो कि 17 जुलाई को पारस अस्पताल के 209 नंबर कमरे में पांच हथियारबंद अपराधी घुसे और चंदन मिश्रा को गोलियों से छलनी कर दिया।
2 FIR, डॉक्टर और स्टाफ पर भी केस
चंदन मिश्रा हत्याकांड में शास्त्रीनगर थाना में दो केस दर्ज किया गया है। पहली FIR चंदन के पिता मंटू मिश्रा ने दर्ज कराई है। उन्होंने डॉक्टर पिंटू और पारस अस्पताल के स्टाफ पर संदेह जताया है। उनका आरोप है कि 16 जुलाई को डिस्चार्ज होना था। लेकिन डॉक्टरों ने 17 जुलाई की तारीख दी।
उन्होंने फुलवारी शरीफ के तौसिफ उर्फ बादशाह, बक्सर के बलवंत सिंह और मोनू को भी नामजद किया है। दूसरी एफआईआर अस्पताल में चंदन के अटेंडेंट दुर्गेश पाठक के बयान पर दर्ज की गई है। दुर्गेश के पैर के अंगूठे में गोली लगी है।
दुर्गेश ने पुलिस से कहा कि घटना के बाद वह चिल्लाता रहा लेकिन पारस के स्टाफ 15 मिनट बाद कमरे में आए। पुलिस डॉ. पिंटू से भी पूछताछ करेगी।
पारस अस्पताल के 2 डॉक्टर और स्टाफ पर केस दर्ज किया गया है।
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मर्डर से 4 दिन पहले शेरू का चंदन को कॉल:पूछा– का बाबा, का हाल बा; गुस्से में जवाब मिला–तू रेकी करावतरअ और होने लगी गाली-गलौच
गैंगस्टर चंदन मिश्रा की पारस अस्पताल में घुसकर बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मर्डर के पीछे शेरू गैंग का नाम आ रहा है। चंदन और शेरू ने एक साथ जुर्म की दुनिया में कदम रखा था और फिर दोनों के बीच दरार आ गई थी। चंदन के पैरोल पर जेल से बाहर निकलने के बाद शेरू उस पर नजर रखवा रहा था। गैंगस्टर के मर्डर से 4 दिन पहले शेरू ने चंदन को कॉल किया था। पूरी खबर पढ़ें।
Author: Source :www.bhaskar.com
Publish Date: 2025-07-20 05:33:21