नई दिल्ली3 मिनट पहले
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राहुल गांधी ने मानसू सत्र में भाग लेने के बाद संसद के बाहर मीडिया के सवालों का जवाब दिया।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बिहार में वोटर्स लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) के विरोध के बीच चुनाव आयोग पर कर्नाटक में भी धोखाधड़ी का आरोप लगाया। राहुल ने गुरुवार को संसद के बाहर कहा कि वोटर लिस्ट रिविजन के नाम पर कर्नाटक में हजारों बोगस वोटरों के नाम जोड़े गए।
राहुल ने कहा, ‘चुनाव आयोग ने कर्नाटक की एक सीट पर धोखाधड़ी करवाई। हमारे पास इसके 100% सबूत हैं। एक ही निर्वाचन क्षेत्र में 50, 60 और 65 साल के हजारों-हजार नए वोटरों को सूची में जोड़ा गया है और 18 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों को सूची से हटा दिया गया है।’
कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘हमे अभी एक सीट की जांच में यह गड़बड़ी मिली। मुझे पूरा यकीन है कि हर सीट पर यही नाटक चल रहा है। मैं चुनाव आयोग को एक मैसेज देना चाहता हूं। अगर आपको लगता है कि आप इससे बच निकलेंगे, अगर आपके अधिकारी सोचते हैं कि वे बच जाएंगे, तो ये आपकी गलतफहमी हैं। हम आपको बच के जामे नहीं देंगे।’
चुनाव आयोग बोला- राजनीतिक विचारधाराओं से परे जाकर सोचिए राहुल गांधी ने यह बातें चुनाव आयोग के उस बयान के बाद कही हैं, जिसमें बिहार में वोटरों के वेरिफिकेशन प्रोसेस का बचाव किया गया था। चुनाव आयोग ने गुरुवार को एक बयान में अपने आलोचकों से सवाल पूछा कि क्या मृत और प्रवासी मतदाताओं के नाम पर फर्जी वोट डालने की अनुमति देनी चाहिए।
चुनाव आयोग ने पूछा, ‘रिविजन प्रोसेस का मकसद सिर्फ अयोग्य मतदाताओं को वोटर लिस्ट से हटाना है। क्या चुनाव आयोग के पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से तैयार की जा रही प्रामाणिक मतदाता सूची निष्पक्ष चुनाव और मजबूत लोकतंत्र की आधारशिला नहीं है?’
आयोग ने कहा, ‘भारत का संविधान भारतीय लोकतंत्र की जननी है। तो क्या इन बातों से डरकर चुनाव आयोग को कुछ लोगों के बहकावे में आकर, संविधान के विरुद्ध जाकर, पहले बिहार में, फिर पूरे देश में, मृतक वोटरों, स्थायी रूप से पलायन कर चुके वोटरों, दो जगहों पर वोट देने वाले, फर्जी या विदेशी वोटरों के नाम पर फर्जी वोट डालने का रास्ता साफ कर देना चाहिए?’
चुनाव आयोग ने कहा, ‘इन सवालों पर, कभी न कभी, हम सभी को और भारत के सभी नागरिकों को, राजनीतिक विचारधाराओं से परे जाकर, गहराई से सोचना होगा। और शायद आप सभी के लिए यह सोचने का सबसे अच्छा समय अब आ गया है।’
दरअसल, कांग्रेस, राजद, समाजवादी पार्टी सहित दूसरे विपक्षी दल, बिहार में SIR का विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि यह बिहार के पिछड़े समुदायों के लोगों को वोटिंग से रोकने की एक कोशिश है। इसके जरिए लोगों के नाम वोटर्स लिस्ट से हटाए जा रहे हैं, जिसका असर इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों के नतीजों पर पड़ सकता है।
राहुल गांधी, अखिलेश यादव सहित कई विपक्षी सांसद 21 जुलाई से मानसून सत्र शुरू होने के बाद से संसद में बिहार SIR के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्ष ने गुरुवार को भी चुनाव आयोग और भाजपा सरकार के खिलाफ संसद में नारेबाजी की।
सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसद बिहार वोटर वेरिफिकेशन मामले पर हंगामा करने लगे। कांग्रेस सहित कई विपक्षी सांसद वेल में आकर पोस्टर लहराने लगे। स्पीकर ओम बिरला ने कहा- तख्तियां लेकर आने पर सदन नहीं चलेगा। उन्होंने कांग्रेस सांसदों से कहा- ये आपके संस्कार नहीं हैं।
हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही आज सिर्फ 12 मिनट चल सकी। इसे शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं राज्यसभा की कार्यवाही सिर्फ 1:45 मिनट चल पाई। विपक्ष ने संसद के बाहर मकर द्वार पर भी विरोध-प्रदर्शन किया। पूरी खबर पढ़ें…
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सम्राट ने तेजस्वी को कहा- जिसका बाप अपराधी वो क्या बोलेगा; तेजस्वी बोले- ज्यादा जोर से बोलोगे तो गिला हो जाएगा
बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन, गुरुवार को सदन में दूसरे सेशन के दौरान डिप्टी CM सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। तेजस्वी ने कहा, ‘वोटर वेरिफिकेशन में फर्जीवाड़ा हो रहा है। BLO खुद साइन कर रहा है। आप पत्रकार पर FIR कराने वाले कौन होते हैं।’
इस पर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भड़क गए और कहा, ‘आप कौन होते हैं। जिसका बाप अपराधी है वो क्या बोलेगा। चल हट..लुटेरा हो-लुटेरा…वो क्या बोलेगा।’ इसके जवाब में तेजस्वी ने कहा, ‘ज्यादा जोर से बोलोगे तो गिला हो जाएगा।’ पूरी खबर पढ़ें…
Author: Source :www.bhaskar.com
Publish Date: 2025-07-24 14:36:11