कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित बयान देने वाले मंत्री विजय शाह को पद से हटाने की मांग को लेकर कांग्रेस की नेता जया ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका दाखिल की है।
.
याचिका में कहा गया है कि मंत्री शाह का आचरण संविधान के अनुच्छेद 164 (3) के तहत ली गई शपथ का उल्लंघन करता है। इसी आधार पर याचिकाकर्ता ने उनके खिलाफ क्वो-वारंटो रिट जारी करने की मांग की है, जिससे उन्हें मंत्री पद से हटाया जा सके। याचिका में कहा गया है-
मंत्री ने कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ एक विवादित टिप्पणी की थी, जो किसी और के लिए नहीं बल्कि केवल उन्हीं के लिए हो सकती है। क्योंकि मंत्री द्वारा की गई कमेंट के विवरण के मुताबिक कोई और नहीं है।
महू में जलसंरक्षण कार्यक्रम के दौरान मंत्री विजय शाह ने आपत्तिजनक बयान दिया।
कोर्ट ने कहा था- अलग से याचिका दायर करें शाह केस की सुप्रीम कोर्ट में 28 मई को हुई सुनवाई के दौरान कांग्रेस नेता जया ठाकुर ने कैविएट दायर की थी। इसमें कहा गया था कि उन्हें सुने बगैर सुप्रीम कोर्ट शाह केस में कोई फैसला न दे। इस दौरान जया ठाकुर की तरफ से एडवोकेट वरुण ठाकुर, विवेक तन्खा और बाकी लोग भी कोर्ट रूम में मौजूद थे।
एडवोकेट वरुण ठाकुर ने कहा था- पिछली सुनवाई में SIT ने कोर्ट को कहा कि शाह के जिस बयान के वीडियो की उन्हें जांच करवानी है, उसके जांच की सुविधा MP की FSL लैब के पास नहीं है। SIT ने इसके लिए कोर्ट से समय मांगा। SIT का ये रवैया संदेह पैदा करता है।
वहीं, सरकार ने भी अपने मंत्री से इस्तीफा नहीं लिया। मेरी क्लाइंट जया ठाकुर ने ये सारे सवाल उठाए हैं। कोर्ट ने कहा है कि वे एक अलग से याचिका दायर करें। इसी के बाद जया ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में नई याचिका लगाई है।
जया ठाकुर के वकील वरुण ठाकुर ने याचिका दाखिल करने की जानकारी दी।
पढ़िए, मंत्री विजय शाह ने आखिर कहा क्या था…?
मंत्री विजय शाह ने 11 मई को इंदौर के महू के रायकुंडा गांव में आयोजित हलमा कार्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा था, ‘उन्होंने कपड़े उतार-उतार कर हमारे हिंदुओं को मारा और मोदी जी ने उनकी बहन को उनकी ऐसी की तैसी करने उनके घर भेजा।’
शाह ने आगे कहा- ‘अब मोदी जी कपड़े तो उतार नहीं सकते। इसलिए उनकी समाज की बहन को भेजा, कि तुमने हमारी बहनों को विधवा किया है, तो तुम्हारे समाज की बहन आकर तुम्हें नंगा करके छोड़ेगी। देश का मान-सम्मान और हमारी बहनों के सुहाग का बदला तुम्हारी जाति, समाज की बहनों को पाकिस्तान भेजकर ले सकते हैं।’
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश विभाग के सचिव विक्रम मिसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऑपरेशन और अन्य जानकारियां दे रहे थे।
इस बयान पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए शाह के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए थे तो सुप्रीम कोर्ट ने भी 19 मई को सुनवाई करते हुए शाह को फटकार लगाई थी। साथ ही SIT को जांच के निर्देश दिए थे।
20 मई से जांच शुरू की, 125 लोगों के बयान लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 19 मई को देर शाम को ही तीन सदस्यीय SIT का गठन किया गया था। सागर रेंज के तत्कालीन IG प्रमोद वर्मा के साथ तत्कालीन SAF DIG कल्याण चक्रवर्ती और डिंडोरी SP वाहिनी सिंह को शामिल किया गया। प्रमोद वर्मा अब जबलपुर रेंज के IG हैं। वहीं कल्याण चक्रवर्ती अब छिंदवाड़ा रेंज के DIG हैं।
SIT ने विजय शाह केस की 20 मई को जांच शुरू की। इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र के सरकारी रेस्ट हाऊस को बेस कैम्प बनाया। 21 मई को टीम महू के रायकुंडा गांव भी पहुंची थी। इसी गांव में हलमा के एक कार्यक्रम में विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित बयान दिया था। इस दौरान मंच पर विधायक समेत BJP के कई नेता मौजूद थे।
22 मई को SIT ने बेस कैंप में बयान दर्ज करना शुरू किए। कार्यक्रम में शामिल 125 से ज्यादा लोगों को बुलाया। ये सिलसिला 5 दिन तक चला। इसमें वीडियो बनाने वाले पत्रकार से लेकर पूर्व मंत्री और स्टूडेंट से लेकर कुलपति तक के बयान दर्ज किए गए।
स्टूडेंट्स, NCC कैडेट्स और वॉलंटियर्स के भी बयान SIT ने मंत्री विजय शाह के भाषण के समय मंच पर मौजूद महू की वर्तमान विधायक और पूर्व केबिनेट मंत्री ऊषा ठाकुर के बयान भी दर्ज किए। उनके अलावा डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विवि के कुलपति, जनपद पंचायत अध्यक्ष और कार्यक्रम के आयोजक दीपमाला रावत के भी बयान दर्ज किए गए।
कार्यक्रम के लिए बड़ी संख्या में कॉलेज के स्टूडेंट्स, एनसीसी कैडेट्स और सामाजिक संस्थाओं के वॉलंटियर्स भी पहुंचे थे। SIT के तीनों सदस्यों ने इनके बयान भी दर्ज किए। बयानों को दर्ज करने के लिए इंदौर पुलिस की मदद ली गई। बयानों की पूरी रिकॉर्डिंग की गई और इनके दस्तावेज तैयार किए गए। इन्हीं दस्तावेजों को 28 मई को कोर्ट के सामने पेश किया गया।
शाह अपने बयान के लिए तीन बार माफी मांग चुके हैं SIT ने जिस बयान की सत्यता की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट से समय मांगा है, खुद शाह उस बयान के लिए तीन बार माफी मांग चुके हैं। पहली बार उन्होंने अपने बयान के लिए मीडिया के सामने माफी मांगी थी। उसके बाद खुद वीडियो जारी कर माफी मांगी।
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से 5 दिन पहले उन्होंने एक बार फिर वीडियो जारी कर माफी मांगी और कहा कि ये मेरी भाषाई भूल थी। मैं हाथ जोड़कर कर्नल सोफिया कुरैशी से माफी मांगता हूं।
ये खबर भी पढ़ें… MP के मंत्री का कर्नल सोफिया पर आपत्तिजनक बयान मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह ने भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने कहा- जिन लोगों ने हमारी बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था, मोदी जी ने उन्हीं की बहन भेजकर उनकी ऐसी की तैसी करा दी। पढ़ें पूरी खबर…
जहां वीडियो जांच सुविधा नहीं, वहां भेजा शाह का बयान मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह के केस में SIT ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पेश की। इसमें कहा गया कि विवादित बयान का वीडियो MP की फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में जांच के लिए भेजा गया था, लेकिन तकनीकी कारणों से जांच नहीं हो पाई। पढ़ें पूरी खबर…
Author: Source :www.bhaskar.com
Publish Date: 2025-07-23 15:19:43