इंदौर में इंडिगो की उड़ान संख्या 6E813 की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है।
गोवा से इंदौर आ रही इंडिगो की फ्लाइट में उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी आ गई। फ्लाइट की इंदौर में ही इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई।
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एयरपोर्ट प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार गोवा से इंदौर आ रही इंडिगो की उड़ान संख्या 6E813 की इमरजेंसी लैंडिंग हुई। बताया जा रहा है कि अंडर कैरिज वॉर्निंग के चलते फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। प्रबंधन के मुताबिक विमान की सुरक्षित लैंडिंग हुई है। इस फ्लाइट में लगभग 140 यात्री सवार थे। सभी यात्री सुरक्षित हैं।
शाम 5.08 बजे कराई गई लैंडिंग इंदौर एयरपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E813 ने दोपहर 3.14 बजे गोवा एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। जिसके बाद फ्लाइट की शाम 5.08 बजे इंदौर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। फ्लाइट ने तय समय से लेट गोवा एयरपोर्ट से उड़ी थी। रोजाना यह फ्लाइट 2.40 बजे गोवा एयरपोर्ट से इंदौर एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरती है।
एयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि जब गोवा से इंदौर फ्लाइट पहुंची तो लैंडिंग के पहले पायलट ने देखा कि फ्लाइट के हाइड्रोलिक सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा है। इसके बाद एटीसी को संपर्क कर अंडर कैरिज वॉर्निंग के बारे में जानकारी दी। एटीसी ने विमान की इमरजेंसी लैंडिंग के लिए सुरक्षा के लिहाज से सभी तैयारी रनवे पर करने के लिए फायर ब्रिगेड और अन्य अधिकारियों को सूचित किया। जिसके बाद एटीसी ने पायलट को सूचित किया और फिर विमान की पायलट ने सुरक्षित लैंडिंग कराई।
यह होती है अंडर कैरिंग वॉर्निंग फ्लाइट में अंडर कैरिज वॉर्निंग का मतलब है कि विमान के पहिए (अंडर कैरिज) ठीक से काम नहीं कर रहे हैं या उनकी स्थिति सही नहीं है। यह एक गंभीर चेतावनी है जो पायलट को तुरंत कार्रवाई करने की आवश्यकता को दर्शाती है। अंडर कैरिज वॉर्निंग का मतलब है पहिए ठीक से खुले या बंद नहीं हैं। यह टेकऑफ या लैंडिंग के समय एक बहुत ही खतरनाक स्थिति होती है।
हाइड्रोलिक सिस्टम में समस्या अंडर कैरिज को खोलने और बंद करने के लिए हाइड्रोलिक सिस्टम का उपयोग किया जाता है। अगर इसमें कोई समस्या है, तो पहिए ठीक से काम नहीं करेंगे। कुछ सेंसर अंडर कैरिज की स्थिति की जानकारी पायलट को देते हैं। अगर ये सेंसर खराब हैं, तो गलत जानकारी मिल सकती है।
अन्य यांत्रिक समस्याएं अंडर कैरिज में कोई भी यांत्रिक समस्या, जैसे कि बोल्ट ढीला होना या कोई अन्य भाग का टूटना, अंडर कैरिज वॉर्निंग का कारण बन सकता है। जब अंडर कैरिज वॉर्निंग होती है, तो पायलट को तुरंत आपातकालीन प्रक्रिया शुरू करनी होती है। जिसमें विमान को सुरक्षित रूप से उतारने की कोशिश करना शामिल है। यह एक बहुत ही गंभीर स्थिति है और पायलट को बहुत सावधानी से और जल्दी से काम करना होता है।
13 दिन पहले भी हुई थी इंडिगो की इंदौर में इमरजेंसी लैंडिंग इंदौर से रायपुर जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 7295 में उड़ान के करीब आधे घंटे बाद तकनीकी खराबी आ गई थी। विमान की इंदौर में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। इसके बाद फ्लाइट रद्द कर दी गई थी। 13 दिन पहले विमान ने सुबह 6:35 बजे रायपुर के लिए टेक ऑफ किया था। तब यात्रियों ने बताया था कि फ्लाइट में अचानक जोर का झटका महसूस हुआ। जिसके कुछ ही देर बाद पायलट ने फ्लाइट को वापस इंदौर लाने की घोषणा कर दी थी।
इसे सुबह 7:15 बजे सुरक्षित लैंड करा लिया गया था। तब इंदौर एयरपोर्ट के टर्मिनल मैनेजर ने बताया था कि फ्लाइट अपने तय समय पर रवाना हुई थी। उड़ान के दौरान पायलट को फॉल्स अलार्म (गलत तकनीकी संकेत) मिले थे। इसके बाद फ्लाइट को बीच रास्ते से ही वापस इंदौर एयरपोर्ट पर लैंड करवा लिया गया था।
रनवे से लौटी थी फ्लाइट 23 जून को इंदौर से भुवनेश्वर जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 6332 (एयरबस A320 नियो विमान) रनवे के बीच से लौट आई थी। बताया गया था कि फ्लाइट में 80 से ज्यादा यात्री सवार थे। लौटने की वजह प्लेन में तकनीकी खराबी थी। इंदौर एयरपोर्ट टर्मिनल मैनेजर के मुताबिक, विमान में माइनर टेक्निकल फॉल्ट की जानकारी सामने आई थी। विमान करीब ढाई घंटे तक रनवे पर खड़ा रहा। इस दौरान सभी यात्री विमान में ही बैठे रहे थे। सुधार के बाद विमान इंदौर से भुवनेश्वर के लिए रवाना हो गया था।
Author: Source :www.bhaskar.com
Publish Date: 2025-07-21 18:32:59