भुवनेश्वर13 मिनट पहले
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इमेज को मेटा AI से बनाया गया है।
ओडिशा के पुरी में शनिवार को 15 साल की नाबालिग लड़की को तीन लोगों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। लड़की को गंभीर हालत में AIIMS भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
घटना पुरी जिले के बायाबर गांव में उस वक्त हुई जब पीड़ित लड़की अपने दोस्त के घर जा रही थी। तीन हमलावरों ने उसे रास्ते में रोका और पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
घटना स्थल बालंगा थाने से डेढ़ किलोमीटर दूर घटी। तीनों आरोपी फरार हैं, पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। छात्रा को आग क्यों लगाई, अभी तक इसकी कोई वजह सामने नहीं आई है।
इससे पहले, 12 जुलाई को ओडिशा के बालासोर के फकीर मोहन कॉलेज में छात्रा के साथ सेक्शुअल हैरेसमेंट का मामला सामने आया था।
छात्रा ने इससे तंग आकर खुद पर केरोसिन छिड़क लिया था और प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर खुद को आग लगा ली थी। 14 जुलाई को इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई थी।
नवीन पटनायक बोले- राज्य में अपराधी बेखौफ हो गए हैं
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि इस घटना की मुझे बेहद पीड़ा है। दिनदहाड़े एक बच्ची को जलाने की कोशिश की गई, यह बेहद डरावनी बात है। एक हफ्ते पहले ही एफएम कॉलेज की छात्रा ने न्याय न मिलने पर खुद को आग लगा ली थी। एक महीना पहले गोपालपुर में भी एक भयानक घटना हुई थी।
पटनायक ने सवाल किया, ‘क्या अब सरकार जागेगी? क्या अपराधियों को जल्द पकड़ा जाएगा? और क्या आगे ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए कोई ठोस कदम उठाए जाएंगे? ओडिशा की बेटियां इसका जवाब चाहती हैं।’
TMC बोली-बेटी बचाओ का नारा कहां गया?
तृणमूल कांग्रेस ने इस मामले को आपराधिक लापरवाही बताया। TMC ने X पर लिखा, ‘बेटी बचाओ का नारा कहां गया? पीएम मोदी, यह आपके हाथों पर खून है।’ वहीं, लड़की के परिवार ने किसी निजी दुश्मनी या प्रेम संबंध से इनकार किया है।
12 जुलाई- छात्रा ने आत्मदाह किया, आरोपी अरेस्ट
छात्रा सेक्शुअल हैरेसमेंट से परेशान थी, कोई सुनवाई न होने पर उसने खुद को आग लगा ली थी।
- छात्रा फकीर मोहन कॉलेज में इंटीग्रेटेड BEd कोर्स में सेकेंड ईयर की स्टूडेंट थी। उसने 12 जुलाई को हेड ऑफ डिपार्टमेंट (HoD) के सेक्शुअल हैरेसमेंट से परेशान होकर कॉलेज कैंपस में खुद पर केरोसीन छिड़ककर आग लगा ली थी।
- घटना से पहले वह प्रिंसिपल के पास गई थी, लेकिन प्रिंसिपल ने उसे अपनी शिकायत वापस लेने को कहा था। इसके बाद उसने आत्मदाह कर लिया था। छात्रा को पहले बालासोर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से डॉक्टरों ने AIIMS भुवनेश्वर रेफर कर दिया था।
- ओडिशा पुलिस ने 12 जुलाई को ही आरोपी HoD समीर कुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया था। राज्य सरकार ने कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप घोष को सस्पेंड किया था। हालांकि, राज्यभर में विरोध-प्रदर्शन के बीच 14 जुलाई को पुलिस ने प्रिंसिपल को भी गिरफ्तार कर लिया।
- छात्रा 95 फीसदी से ज्यादा जल चुकी थी। उसने 14 जुलाई की देर रात भुवनेश्वर AIIMS में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
17 जुलाई: कांग्रेस सहित 8 पार्टियों का प्रदर्शन
ओडिशा में सेक्शुअल हैरेसमेंट की शिकार छात्रा की मौत को लेकर विपक्ष ने 17 जुलाई को ओडिशा बंद बुलाया था। प्रदर्शनकारियों ने भद्रक में ट्रेन को रोका था। भुवनेश्वर में बसों का चक्काजाम किया गया था।
भद्रक जिले के चेन्नई-कोलकाता हाईवे पर टायर जलाए गए थे, जिसके चलते ट्रकों की लंबी कतार लग गई थी। मयूरभंज में भी लोग सड़क पर प्रदर्शन करने उतरे थे
कांग्रेस सहित 8 विपक्षी पार्टियां इस प्रदर्शन में शामिल हुईं थीं। इनमें बीजू जनता दल, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी CPI(M), सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (SUCI) के नेता-कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में नजर आए थे। पूरी खबर पढ़ें…
प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने ओडिशा कांग्रेस प्रभारी अजय कुमार लल्लू को हिरासत में ले लिया था।
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बालासोर हैरेसमेंट केस पर दैनिक भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट पढ़ें…
प्रोफेसर सेक्शुअली हैरेस करते थे, प्रिंसिपल बोले-सबूत लेकर आओ’: ओडिशा स्टूडेंट सुसाइड केस, पिता बोले-क्लास में बेइज्जती करते थे HoD
विक्टिम ने कॉलेज प्रिंसिपल दिलीप कुमार घोष से लेकर इंटरनल कंप्लेंट कमेटी (ICC) तक सभी से मामले की शिकायत भी की। पिता का आरोप है कि कॉलेज ने हर बार शिकायत को नजरअंदाज कर दिया। प्रोफेसर समीर और प्रिंसिपल दिलीप ने ही अपराजिता को जान देने के लिए मजबूर किया। पूरी खबर पढ़ें…
Author: Source :www.bhaskar.com
Publish Date: 2025-07-19 14:57:29