नई दिल्ली2 मिनट पहले
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रूसी महिला ने 22 मई को पति से बच्चे की कस्टडी ली थी। हालांकि, 7 जुलाई से महिला और बच्चा गायब है।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को बच्चे की कस्टडी से जुड़े एक अनोखे केस में एक रूसी महिला के लिए लुकआउट नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है। महिला 7 मई से बच्चे को लेकर गायब है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और दिल्ली सरकार से दोनों को ढूंढने का आदेश दिया है।
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की बेंच ने कहा कि रूसी महिला देश छोड़कर नहीं जानी चाहिए। कोर्ट ने मां और बच्चे को ढूंढकर, बच्चे को उसके भारतीय पिता को सौंपने का आदेश दिया। कोर्ट को बताया गया कि रूसी महिला और बच्चा जंगल में गायब हो गए हैं।
रूसी महिला और उसके भारतीय पति (ब्लू शर्ट में) बच्चे की कस्टडी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
रूसी महिला के गायब होने का पूरा मामला पढ़िए… भारतीय मूल का सैकत बसु चीन में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में इंजीनियर था। वहां उसकी मुलाकात विक्टोरिया नाम की रूसी महिला से हुई। दोनों ने भारत आकर 2017 में शादी कर ली। 2020 में कपल का एक बेटा हुआ।
हालांकि, कपल ने कुछ साल बाद अलग होने का फैसला किया। दिल्ली के साकेत स्थित एक फैमिली कोर्ट में दोनों का तलाक केस चल रहा है। पति का आरोप है कि बच्चे की कस्टडी के लिए एक समझौता हुआ था, जिसके तहत बेटा हफ्ते में तीन दिन अपनी मां के साथ रहेगा।
कपल बच्चे की जॉइंट कस्टडी के तहत दिल्ली में अलग-अलग घरों में रह रहे थे। बच्चे की बेहतर परवरिश को लेकर कपल एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहते थे। बच्चे की कस्टडी को लेकर दोनों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी लगाई थी, जिस पर कई बार सुनवाई भी हुई।
22 मई को, तीन दिन के लिए बच्चे की कस्टडी रूसी महिला को मिली थी। सैकत के मुताबिक, उस दिन ने आखिरी बार उसने अपने बेटे को देखा था। 7 मई से रूसी महिला और उसके बच्चे का कोई पता नहीं है। महिला अपने घर पर नहीं है। उसका फोन भी बंद है।
सैकत का आरोप है कि 4 जुलाई को रूसी महिला को एक रूसी राजनयिक के साथ रूसी दूतावास में पिछले दरवाजे से घुसते हुए देखा गया था। पति का दावा है कि रूसी राजनयिक के साथ महिला का अफेयर चल रहा है।
इस तस्वीर को लेकर दावा है कि इसमें विक्टोरिया बसु रूसी दूतावास में पिछले गेट से घुसती हुई दिखी थी।
कोर्ट ने वकीलों से कहा- आप हमारे साथ खेल नहीं सकते सुप्रीम ने रूसी महिला के वकीलों से उसका पता पूछा, लेकिन उन्होंने दावा किया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। कोर्ट को उनकी बातों पर भी शक हुआ। जस्टिस सूर्यकांत ने वकीलों से कहा, ‘आप लोग सब कुछ जानते हैं। आपको लगता है कि आप हमारे साथ खेल सकते हैं? हम वकीलों से भी जवाब तलब करेंगे। आप रुकिए।’
कोर्ट ने यह भी चेतावनी दी कि अगर रूसी दूतावास के अधिकारी महिला को देश से भगाने या छिपाने में शामिल पाए गए, तो उन पर भी कानूनी कार्रवाई होगी। कोर्ट ने रूसी महिला का पासपोर्ट तुरंत जब्त करने और उस रूसी राजनयिक के घर की तलाशी लेने के आदेश दिए, जिसे आखिरी बार रूसी महिला के साथ देखा गया था।
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Author: Source :www.bhaskar.com
Publish Date: 2025-07-18 06:21:19