29 मिनट पहलेलेखक: प्रांशू सिंह
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सावन के महीने में भगवान शिव की भक्ति के कई रूप देखने को मिल रहे हैं। वहीं इसी महीने में हिमाचल प्रदेश के एक गांव में एक अनोखी परंपरा मनाई जाती हैं। इसमें शादीशुदा महिलाएं 5 दिन तक निर्वस्त्र रहती हैं। इस दौरान पति-पत्नी भी आपस में बातचीत नही कर सकते। दूसरी रोचक खबर एक ऐसे कोर्ट की है, जहां लोग गाना गाकर कानूनी विवाद सुलझाए जाते हैं।
- सावन में महिलाएं और पुरुष के निर्वस्त्र रहने की परंपरा क्या है ?
- गाना गाकर लोग कोर्ट में जज को समस्या क्यों बताते हैं ?
- DNA एक्सपेरिमेंट से कैसे पैदा हो रहे हेल्दी बच्चे ?
- केरल के स्कूलों में लागू नो बैकबेंचर मॉडल क्या है?
- महिला ने लिया कैसे लिया मुर्गी की मौत का बदला?
हिमाचल प्रदेश के मणिकर्ण घाटी में स्थित पीणी गांव में देखने को मिलती है। यहां हर साल सावन के महीने में शादीशुदा महिलाएं पूरे 5 दिनों तक निर्वस्त्र रहती हैं। हालांकि अब शरीर पर एक पतला कपड़ा पहनती हैं। यह परंपरा दशकों से चली आ रही है और गांव के लोग इसे पूरी आस्था से निभाते हैं।
क्यों निभाई जाती है ये परंपरा? गांव में मान्यता है कि अगर कोई महिला इस परंपरा का पालन नहीं करती है, तो उसे कुछ ही दिनों में कोई अशुभ खबर सुनने को मिलती है या उसके साथ कोई बुरी घटना हो जाती है। इन पांच दिनों में पति-पत्नी आपस में बातचीत भी नहीं करते और एक-दूसरे से पूरी तरह दूर रहते हैं।
वहीं इस दौरान पुरुषों को भी शराब और मांस का सेवन करना बिल्कुल मना है। स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर स्त्री या पुरुष दोनों में से किसी ने भी इस परंपरा को सही से नहीं निभाया तो उनके देवता नाराज हो जाएंगे।
‘लाहुआ घोंड देवता’ की वजह से चली आ रही है ये प्रथा
इस परंपरा के पीछे एक पुरानी कहानी है। माना जाता है कि बहुत समय पहले इस गांव में राक्षसों का आतंक था। तब राक्षस गांव में की सबसे सुंदर कपड़े पहनी महिला को उठा ले जाते थे। इन राक्षसों से मुक्ति दिलाने के लिए लाहुआ घोंड देवता पीणी गांव आए और उनके आने से राक्षसों का विनाश हो गया।
चीन के गुइझाउ प्रांत में अदालती विवादों को सुलझाने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया जा रहा है। यहां की मान्यताओं के मुताबिक, फोक सॉन्ग संवाद करने का एक अधिक शक्तिशाली तरीका है। इसलिए अब कई अदालतों ने माइनॉरिटी कम्युनिटी के बीच कानूनी विवादों का निपटारा करने के लिए फोक सॉन्ग मीडिएटर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें एक व्यक्ति ने मानहानि करने वाली महिला पर मुकदमा दायर किया था। दोनों पक्ष शुई कम्युनिटी से थे, इसलिए अदालत ने दो फोक सॉन्ग मीडिएटर बुलाए। उन्होंने सुलह के गीत गाए, जिससे दोनों पक्षों में समझौता हो गया। महिला ने करीब 1 लाख 20 हजार मुआवजा दिया। अब चीन के इस राज्य में 19 फोक सॉन्ग मीडिएटर अप्वाइंट किए गए हैं।
हाल ही में ब्रिटेन में एक नई तकनीक से 8 हेल्दी बच्चों को जन्म दिया गया। इस एक्सपेरिमेंट में तीन लोगों का DNA सैंपल लिया गया, ताकि मां से बच्चों में फैलने वाली जानलेवा बीमारियों को रोका जा सके।
इस तकनीक में, मां के गर्भ से असली DNA लेकर दूसरी महिला के गर्भ में डाला जाता है, जिसके सेल्स में अधिक एनर्जी होती है। इस तरह पैदा हुए बच्चे में मां, पिता और डोनर महिला तीनों का DNA मिक्स हो जाता है। इस तरीके को ब्रिटेन में 2016 में मंजूरी दी गयी थी। लेकिन भारत, अमेरिका और कई दूसरे देशों में आज भी इसकी अनुमति नहीं है।
सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधारने के लिए अब पश्चिम के स्कूल में भी एक अनोखा तरीका अपनाया गया है। इस मॉडल का नाम है- नो मोर बैकबेंचर्स। इस मॉडल का मकसद छात्रों के मन से ‘पिछड़ा होने’ के दाग को मिटाना है और सभी को बराबर ध्यान दिलाना है।
एक फिल्म ने जगाई उम्मीद, बदल रहा क्लासरूम का नजारा दरअसल, इस अच्छे बदलाव की शुरुआत ‘स्थानार्थी कुट्टन’ नाम की एक मलयालम फिल्म से हुई, जो 2024 में आई थी। उस फिल्म में दिखाया गया था कि कैसे ‘यू-शेप’ (गोल घूमकर बैठने वाली) सिटिंग से बच्चों को पढ़ाई से जोड़ा गया।
ये आइडिया पहले केरल के सरकारी स्कूलों में हिट हुआ, फिर तमिलनाडु और पंजाब में भी इसे अपनाया गया। अब ये अच्छी बात पश्चिम बंगाल के मालदा तक पहुंच गई है, जहां दो बड़े स्कूलों ने इसे शुरू कर दिया है।
अमेरिका के फ्लोरिडा में सिंथिया नाम की एक महिला ने सड़क पार कर रहे मुर्गे की मौत का बदला लिया। पुलिस ने बताया कि महिला सड़क पर एक मुर्गे को रास्ता दे रही थी। तभी पीछे से आए एक ड्राइवर ने मुर्गे को कुचल दिया।
सिंथिया को इतना गुस्सा आया कि उसने ड्राइवर का पीछा किया, उसकी गाड़ी के आगे अपनी गाड़ी लगा दी। फिर बाहर निकली और गुस्से में सीधे ड्राइवर के चेहरे पर ‘बियर मेस’ मार दिया। महिला ने पुलिस को बताया कि वो ड्राइवर को ‘सबक सिखाना’ चाहती थी।
तो ये थी आज की रोचक खबरें, कल फिर मिलेंगे कुछ और दिलचस्प और हटकर खबरों के साथ…
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Author: Source :www.bhaskar.com
Publish Date: 2025-07-18 05:00:21