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AIIMS Doctor on Weight Gain: समोसा-जलेबी पर सरकार के गाइडलाइन के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में कम्युनिटी मेडिसीन के प्रोफेसर डॉ. संजय राय ने बताया है कि आखिर सरकार को यह गाइडलाइन क्यों जारी…और पढ़ें

ज्यादा वजन के कारण.
हाइलाइट्स
- एम्स के डॉक्टर ने बताया कि कैसे मोटापा देश में बढ़ रहा है.
- मोटापा और लाइफस्टाइल बीमारियों के कारण गाइडलाइन जरूरी.
- फिजिकल एक्टिविटी और हेल्दी खानपान से मोटापा कम करें.
क्यों जारी करनी पड़ी गाइडलाइंस
डॉ संजय राय ने बताया कि हमारे देश में मोटापा बहुत तेजी से बढ़ रहा है. मोटापा और बीमारियों से बचाव के लिए हेल्दी खानपान के साथ फिजिकल एक्टिविटी भी जरूरी है लेकिन आज लोगों व्यस्तताओं का बहाना कर इन दोनों चीजों को पीछे छोड़ रहे हैं. लोग हिलते-डुलते नहीं है. जहां ऑफिस में बैठे रहते हैं वहीं एक ही जगह बैठे रहते हैं. घर आते हैं तो खाना खाकर बैठ जाते हैं और मोबाइल पर कुछ न कुछ देखते रहते हैं. वहीं अनहेल्दी खान-पान इसमें जहर का काम करने लगा है. स्वाद के चक्कर में लोग पिज्जा-बर्गर, समोसा, जलेबी, पकौड़ा आदि का सेवन करते हैं. सबसे ज्यादा पैकेज्ड चिप्स, भुजिया, बिस्कुट आदि आज के लोगों का मुख्य भोजन बनता जा रहा है. भारत में समोसा-जलेबी सदियों से मुख्य स्नैक्स है. इन सब कारणों से भारत सरकार को गाइडलाइंस जारी करनी पड़ी.
एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ संजय राय ने बताया कि जो गाइडलाइन जारी हुई है, वो लोगों को जागरुक करने की दिशा में एक अच्छा कदम है. उन्होंने कहा कि यह पहले से ही सार्वजनिक जानकारी है कि कार्बोहाइड्रेट और फैट संतुलित मात्रा में ही लेने चाहिए. लेकिन समोसा-जलेबी आदि में बहुत ज्यादा कार्बोहाइड्रैट और फैट होता है जो काफी नुकसान पहुंचाता है. उन्होंने कहा कि आमतौर पर लोग फैट और कार्बोहाइड्रेट पर ही ज्यादा निर्भर हो जाते हैं, जिससे मोटापा बढ़ता है और इससे कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. दुनियाभर में मोटापा एक बड़ी समस्या है और इसकी मुख्य वजह लोगों की फिजिकल एक्टिविटी का कम होना है. लोग एक्सरसाइज नहीं करते या करते हैं तो बहुत कम करते हैं.
लोगों को जागरुक करना जरूरी
डॉ संजय राय ने कहा कि लोग क्या खा रहे हैं, उससे ज्यादा जरूरी यह है कि जो खा रहे हैं, क्या वह बर्न हो रहा है या नहीं. जो चीजें हम खाते हैं अगर उसमें मौजूद कैलोरी शरीर में बर्न नहीं होती है तो वही शरीर की अतिरिक्त चर्बी बन जाती है. यह फालतू चर्बी हमारी दुश्मन है. यह इसलिए बर्न नहीं होती है क्योंकि हम इस बर्न करने की कोशिश नहीं करते. हम आरामदायक जीवनशैली के आदी हो गए हैं. अगर हम एक्सरसाइज करें तो शरीर में चर्बी जमा ही नहीं हो पाएगी. डॉ. संजय राय ने कहा कि बिल्कुल भी फैट नहीं लेना या शुगर-तेल से परहेज करना भी सही तरीका नहीं है, बल्कि जरूरी यह है कि थोड़ी-थोड़ी मात्रा में सब कुछ खाएं और नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी की जाए. हमें फैट की भी जरूरत होती है लेकिन हेल्दी फैट की और बहुत कम फैट की जरूरत होती है. इसलिए हमें हेल्दी फैट की जरूरत होती है. उन्होंने कहा कि पैकेज्ड फूड हमारे लिए सबसे ज्यादा घातक है. इसलिए यह अच्छी बात है कि खाने-पीने के सामान पर अब यह जानकारी देना जरूरी होगा. लोगों को यह बताना जरूरी है कि आप जो खा रहे है, उसमें कितना फैट,शुगर और तेल है. इससे लोगों में जागरूकता बढ़ेगी और वे सोच-समझकर खाने का चुनाव कर सकेंगे.
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Author: LAKSHMI NARAYAN Source Link :https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-aiims-doctor-says-why-increase-obesity-in-indian-people-govt-issue-guidelines-on-samosa-jalebi-ws-l-9399386.html
Publish Date: 2025-07-14 17:38:42